डिजिटल युग के इस दौर मे हर चीज़ दौड़ मे शामिल है इसी तरह डिजिटल मुद्रा का महत्व भी बढ़ चुका है इसलिए क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन कही जानी वाली दुनिया भर के देशों मे निवेश अर्थव्यवस्था का विषय बनी हुई है. इस मुद्रा को लेकर विभिन्न देशों की चिंताएं जग जाहिर की इस मुद्रा को कैश से अलग या इसका कोई भौतिक स्वरूप नही होता ये पूरी तहर डिजिटल है।दुनिया भर के देश इसके निवेश को लेकर चिंता मे है क्योंकि ये मुद्रा मध्यस्थों और बैंक के बीच से हटकर सीधे पाप्तकर्ता के पास जाता है इसका अधिकार खरीदने ओर बेचने वाले के हाथ मे है और इन पर नियम कानून न होना और पैसे को बिना जान पहचान के ट्रांसफर करना जोख़िम भरा काम है इसलिए बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को अपराधियों के बीच मशहूर करती है।बिटकॉइन मे ज्यादातर निवेश युवाओं के जरिये हो रहा है भारत मे बीते मई तक छ अरब डॉलर से अधिक निवेश हुआ दुनिया मे अब तक अल सल्वाडोर देश ने बिटकॉइन को क़ानूनी मान्यता दी है लेकिन अभी भी इस देश के नागरिक इससे पूरी तरह अपनाने के लिए तौयार नही है क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा के डर का कारण हेरा फेरी का है ये मुद्रा अस्थिर हैं कोई गड़बड़ी होने पर कौन मददत करेगा? क्रिप्टोकरेंसी को बनाने की प्रक्रिया पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है आलोचकों का कहना की इससे बनाने के लिए काफी इलेट्रॉनिक खर्च होती है हजारों कंप्यूटर ऊर्जा से इससे बनाया जाता है इसके बड़े प्लांट पर्यावरण के लिए घातक साबित होंगे ।भारत मे 2018 मे भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी का विरोध किया लेकिन 2020 मे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कानून के साथ इसे लाने की बात कही गई, और आने वाले शीतकालीन सत्र मे " क्रिप्टोकरेंसी एवं अधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियम विधयक 2021 "इस बिल के तहत रिर्जव बैंक चाहती हैं कि क्रिप्टोकरेंसी की डिजिटल तरीके को अपनाया जाए इस बिल के जरिये कानून मे निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करें और रिर्जव बैंक के जरिये डिजिटल मुद्रा को विनियमित करने के ढांचा तैयार करने की बात कही गई है ।भारत मे बीते हफ़्तों मे बिटकॉइन पर आने वाले बिल ओर करेंसी के डिजिटल मुद्रा पर प्रतिबंध की खबरों से बाज़ार 26 फीसद की गिरावट हुई , हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की करेंसी कहा जा रहा है यह बहुत जरुरी है कि निवेश , मुद्रा पर नियम कानून अवश्य हो नही तो यह अनियंत्रित हो सकते है जिस प्रकार ऑनलाइन बैंकिंग के कई धोकाधड़ी के आएदिन मामले बढ़ते जा रहे है अगर ऐसा होता तो उन अपराधियों के लिये खुली छूट होंगी ।

क्रिप्टोकरेंसी

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